इतिहास उपलब्धियाँ

स्व. श्री बाबू शिवनाथ अग्रवाल जी

बी.एस.ए. स्नातकोत्तर महाविद्यालय, मथुरा भगवान श्री कृष्ण की जन्म स्थली से लगभग एक किलोमीटर, बस स्टैंड से 500 मीटर, रेलवे स्टेशन से एक किलोमीटर दूर एवं मथुरा शहर के बीचों बीच स्थित है। बी.एस.ए. स्नातकोत्तर महाविद्यालय मथुरा की स्थापना बाबू शिवनाथ जी के द्वारा 22 दिसम्बर, 1956 में 32 एकड़ भूमि व 1.5 लाख धनराशि दान देकर की गई थी। श्री बाबू शिवनाथ अग्रवाल जी ने समाज के जिन विशिष्ट महानुभावों, बुजुर्गों, समाज सेवियों और सज्जन व्यक्तियों के साथ मिलकर इस महाविद्यालय की स्थापना की, वे सभी गोलोक बासी हो गए। श्री बाबू शिवनाथ अग्रवाल जी के जीवनकाल में जहां बहुत उपलब्धियां हासिल हुई, वहीं कालान्तर में उसमें बहुत उतार चढ़ाव एवं परिवर्तन आये। तब से आज तक यह महाविद्यालय अपने गरिमामयी इतिहास को प्राप्त हो रहा है। बाबू शिवनाथ जी मूलतः अमरावती (महाराष्ट्र) से थे परन्तु ब्रज प्रेम की वजह से अपनी व्यवसाय की कमाई से इस संस्था की स्थापना की।
बी.एस.ए. कॉलेज में सन् 1958 में प्रथम बार महाविद्यालय को बी.एस.सी. भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान एवं गणित के साथ कालान्तर में विभिन्न विषयों में एम.एस.सी., एल.एल.बी., बी.ए., एम.ए., बी.एड., सहित अन्य विषयों को भी आगरा विश्वविद्यालय आगरा से सम्बद्धता प्राप्त हुई, तब से आज तक विभिन्न पाठ्यक्रम महाविद्यालय में संचालित हो रहे हैं। वर्तमान में बी.एस.ए. स्नातकोत्तर महाविद्यालय में स्नातक पाठ्यक्रम के अन्तर्गत बी.ए., बी.एस.सी., बी.कॉम., एल.एल.बी., बी.ए.एलएल.बी., बी.बी.ए., बी.एड., बी.सी.ए.एवं बी.पी.ई.एस. स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के अन्तर्गत एम.ए., (समाजशास्त्र, संस्कृत), एम.एस.सी. (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित, वनस्पति विज्ञान, जन्तु विज्ञान, एम. स्टेट, एम.एस.सी.(आई.एम. बी.), एम.एड, आदि पाठ्यक्रम संचालित हैं। महाविद्यालय में विभिन्न विषयों में शोध की सुविधा उपलब्ध है। वर्तमान में अनुमानित 7500 छात्र-छात्राएं / महाविद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहें हैं।
महाविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप अध्ययन कक्षों की उचित व्यवस्था, सभी संसाधनों से युक्त प्रयोगशालाऐं, कंप्यूटर प्रयोगशाला की व्यवस्था, नई शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन हेतु सभी संसाधनों की व्यवस्था महाविद्यालय में कराई जा चुकी हैं। अध्यापन हेतु विद्वान प्राध्यापक, प्रशिक्षित प्रयोगशाला सहायक कार्यरत हैं। महाविद्यालय में पठन पाठन हेतु उचित व्यवस्था है तथा छात्र छात्राओं के लिए महाविद्यालय के केन्द्रीय पुस्तकालय में पाठ्यक्रम से सम्बन्धित सामान्य ज्ञान, छात्रों के ज्ञानवर्धन हेतु समाचार पत्र-पत्रिकायें महाविद्यालय में उपलब्ध हैं। महाविद्यालय में पाठ्यक्रम सम्बन्धी क्रिया कलापों के अतिरिक्त विभिन्न प्रकार की पाठ्य सहगामी क्रियाएं जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम, सेमिनार, वर्कशॉप, बाद-विवाद प्रतियोगिता, विचार गोष्ठी, प्रश्न मंच, विभिन्न महापुरूषों के जन्मदिवस, सामाजिक उत्सव आदि आयोजित किए जाते हैं।
महाविद्यालय में माह नवम्बर 2021 से छात्र-छात्राओं के खेलकूद हेतु विभिन्न प्रकार की सुविधाएं भी उपलब्ध है जैसे टेबल टेनिस, लॉन टेनिस, क्रिकेट, हॉकी, कुश्ती, कबड्डी बैडमिंटन के लिए हरे भरे क्रीडांगन, उद्यान आदि हैं। महाविद्यालय में छात्र छात्राओं के लिए एन.एस.एस., एन.सी.सी. स्काउटिंग गाइडिंग, रोवर-रेंजर, योग प्रशिक्षण आदि गतिविधियाँ समयानुसार संचालित कराई जाती है। जिसमें छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र एवं पदक प्रदान किए जाते हैं। प्रमाण पत्रों से छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा एवं नौकरी में क्रमशः प्रवेश एवं पदोन्नति का लाभ मिलता है। वर्तमान सत्र में बी.एस.ए. कॉलेज मथुरा के छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालयी स्तर पर अच्छे अंक प्राप्त कर स्वर्ण पदक, रजत पदक एवं कांस्य पदक प्राप्त किए। इसके अतिरिक्त छात्र-छात्राओं ने खेलकूद के क्षेत्र में अन्तर महाविद्यालयी प्रतियोगिताओं, राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं एवं राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में सहभागिता प्रदान कर उच्च पदक प्राप्त करते हुए महाविद्यालय का नाम रोशन किया है।
महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं की अध्ययन के प्रति जागरूकता के आधार पर विभिन्न कक्षाओं एवं विषयों में कैम्पस साक्षात्कार तथा प्लेसमेंट की व्यवस्था जनवरी 2022 से प्रारम्भ हो गई है जिसके माध्यम से विभिन्न छात्र छात्राओं का योग्यता के अनुरूप उच्च पैकेज पर चयन हुआ है। छात्र-छात्राओं की समस्याओं के निवारण हेतु मिशन शक्ति के अन्तर्गत महिला प्रकोष्ठ की व्यवस्था की गयी है।
उत्तर प्रदेश शासन की महत्वकांक्षी योजना मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत सिविल सर्विसेज पी.सी.एम. एन.डी.ए. नीट, आई.आई.टी. जी आदि की निःशुल्क कोचिंग कक्षाऐं संचालित की जा रही हैं। महाविद्यालय में बी.एड./एम.एड. में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए निःशुल्क यू.पी. टैट, सी. टैट, कोचिंग की व्यवस्था इस वर्ष से प्रारम्भ कर दी गई है जिसके माध्यम से छात्र-छात्रायें प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात विभिन्न विद्यालय में शिक्षक बनने हेतु परीक्षायें उत्तीर्ण कर सकें।
महाविद्यालय में प्रथम बार 22 दिसम्बर 2021 को इस संस्था के संस्थापक परम पूज्य दानवीर बाबू शिवनाथ जी का जन्म दिवस स्थापना दिवस के रूप मे मनाया गया, जिसमें महाविद्यालय से अवकाश प्राप्त कर चुके प्राचार्यों, शिक्षकगणों का सम्मान करते हुए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया और लगभग 800 सम्माननीय शिक्षकों, कर्मचारियों अतिथियों ने प्रीतिभोज करके इस दिवस को यादगार बना दिया।
विधि संकाय के छात्र-छात्राओं के लिए मूट कोर्ट एवं यूथ पार्लियामेन्ट कार्यक्रमों की व्यवस्था भी प्रदान की जाती है। इसके अतिरिक्त छात्र छात्राओं के लिए लीगल टूर की व्यवस्था भी प्रदान की गयी है जिसके माध्यम से उन्हे माननीय उच्च न्यायालय एवं माननीय सर्वोच्च न्यायालय में मुकदमे से सम्बन्धित सुनवाई को देखने का अवसर मिलता है। जन्तु विज्ञान एवं वनस्पति विज्ञान के स्नातकोलर के छात्र-छात्राओं के पाठ्यक्रम के अन्तर्गत शैक्षिक भ्रमण के अनुरूप उन्हें समुद्रतटीय एवं पर्वतीय क्षेत्रों के विभिन्न फ्लोरा एवं फौना से अवगत कराया जाता है।
महाविद्यालय में इन्दिरा गाँधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी द्वारा संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में छात्र-छात्राओं को प्रवेश लेने एवं डिग्री प्राप्त करने का भी अवसर प्रदान किया जाता है। इसके अतिरिक्त महाविद्यालय में शुद्ध पेयजल एवं बिजली की व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित है।

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