राष्ट्र के वास्तविक देवालय उसके शिक्षण संस्थान हैं जहाँ राष्ट्र की भावी पीढ़ी का निर्माण बालकों में सर्वोच्च जीवन मूल्य विकसित करके किया जाता है।
सामान्य अर्थों में शिक्षा के बिना व्यक्ति पशु समान होता है। वह शिक्षा ही है जो व्यक्ति को व्यक्ति से मनुष्य बनाती है अतः मानवीय विकास एवं राष्ट्र की
समुन्नति के ध्येय से संचालित ऐसे सभी शिक्षण संस्थान सदैव वंदनीय एवं पूज्यनीय हैं। योगीराज कृष्ण की क्रीड़ा स्थली में उन्हीं के जन्मस्थान के समीप स्थित
बाबू शिवनाथ अग्रवाल महाविद्यालय प्रदेश के ही नहीं अपितु देश के ऐसे ही शिक्षण संस्थानों में अपना अद्वितीय स्थान रखता है। अमरावती महाराष्ट्र के दानवीर
बाबू शिवनाथ अग्रवाल जी द्वारा मथुरा शहर के मध्य में लगभग 32 एकड़ भू-खण्ड दान स्वरूप प्रदान कर 1956 में स्थापित यह संस्थान उनके ब्रज प्रेम एवं
ब्रज क्षेत्र के युवाओं के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, आध्यात्मिक विकास हेतु, दूरदृष्टि का प्रकाश पुंज है। गीता में अर्जुन को "योगः कर्मेसु कौशलम" की
शिक्षाप्रदान करने वाले भगवान श्रीकृष्ण की भूमि पर जन्म लेना बड़े भाग्य की बात है किंतु इसी भूमि पर दानवीर बाबू शिवनाथ अग्रवाल जी के अक्षय कीर्ति
स्तम्भ बी.एस.ए. कॉलेज, मथुरा की सेवा करना परम सौभाग्य का विषय है। व्यक्ति कभी भी माता-पिता, गुरु व गुरुकुल से कदापि उऋण नहीं हो सकता
किन्तु परमपिता परमात्मा ने मुझे इस महाविद्यालय की सेवा करने का अवसर प्रदान किया है।
जहाँ मैने अपने विद्यार्थी जीवन में पाँच वर्ष सफलतापूर्वक अध्ययन किया है। दिनांक 30 अक्टूबर 2021 से निरंतर में इस महाविद्यालय की सेवा में महाविद्यालय
के प्रति भावनात्मक साहचर्य के साथ संलग्न है। विगत अठारह माह में महाविद्यालय में अवस्थापना एवं अकादमिक विकास में महाविद्यालय परिवार के सभी
प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों ने अतुलनीय श्रम एवं कौशल का प्रदर्शन किया है। महाविद्यालय को समाज की गणमान्य विभूतियों ने विभिन्न रूपों में जो सहयोग
प्रदान किया है उसके प्रति मैं समस्त महाविद्यालय परिवार की ओर हृदयानवत एवं आभारी हूँ। जिला प्रशासन एवं विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रहितों में
किए गये सहयोग के प्रति आभारी हूँ, मथुरा-वृन्दावन नगरनिगम के समस्त अधिकारियों एंव कर्मचारियों के महाविद्यालय के विकास एवं उत्थान में अप्रितम
सहयोग हेतु हृदय से कृतज्ञता प्रकअ करता हूँ, उन सभी जनप्रतिनिधियों को भी नमन जिन्होंने विभिन्न स्वरूपों में महाविद्यालय को सहयोग प्रदान किया।
बाबू शिवनाथ अग्रवाल जी की दीर्घ सोच का अवलम्ब बी.एस.ए. कॉलेज मथुरा, महाविद्यालय में अध्ययनरत सभी विद्यार्थियों के शारीरिक, मानसिक, एवं
शैक्षणिक विकास के लिए दृढ़ संकल्पित है। महाविद्यालय परिवार का प्रत्येक सदस्य अपनी संपूर्ण क्षमताओं एवं कौशल से छात्र- छात्राओं के स्वर्णिम भविष्य
के निर्माण एवं महाविद्यालय के विकास में अपना अभूतपूर्व योगदान देंगे ऐसा मेरा विश्वास है। परमपिता परमात्मा से इस प्रार्थना के साथ सत्र 2023-24 में
हमारा प्रत्येक विद्यार्थी विभिन्न आयामों में नित नई सफलता प्राप्त करते हुए बी.एस.ए. कॉलेज का नाम ऊँचा करेगा। महाविद्यालय का प्रत्येक प्राध्यापक
विद्यार्थियों के प्रति संतान भाव रखते हुए प्रवेशित छात्र-छात्रा, कर्मचारियों एवं प्राध्यापकणो को सत्र 2023-24 की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ।
प्राचार्य
बाबू शिवनाथ अग्रवाल महाविद्यालय, मथुरा।